राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली व उत्तर भारत में प्रदूषण का स्तर लगातार खतरे की घंटी बजा रहा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (air quality index) बेहद बेकार व खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। लिहाजा स्कूल को बंद करना पड़ रहा है इसके अतिरिक्त लोगों को सांस से जुड़ी कई बीमारियां हो रही है। लेकिन इसके बावजूद हमारे नेताओं को इसकी कोई फिक्र नहीं है। यही वजह है कि शुक्रवार को प्रदूषण को लेकर पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी की मीटिंग में 29 में से 25 सांसद गायब थे।
प्रदूषण को लेकर सिर्फ नेता ही नहीं सरकारी ऑफिसर भी ज़्यादा गंभीर नहीं है। नगर आयुक्य, दिल्ली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व कई टॉप ब्यूरोक्रेट्स ने भी इस अहम मीटिंग की अनदेखी की। सिर्फ कमेटी के चेयरमैन जगदम्बिका पाल, हसनैन मसूदी, सीआर पाटिल व संजय सिंह इस मीटिंग के लिए पहुंचे। लिहाजा बैठक को रद्द करना पड़ा।